(नेपाल में भूकम्प त्रासदी पर)
त्रासदी
प्रकृति के रौद्र पर
मानव संहार पर
हृदय व्यथित
मन बेचैन
सोच जड़
कलम चुप है
नम आँखों से
मृत आत्माओं को
शत शत नमन है
निश्छल हृदय से
श्रद्दांजलि अर्पण है
डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
भूकम्प,त्रासदी,प्राकृतिक विपदा
30-09-05-2015
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