रोज़ मिलने से
अगर रिश्ते गहरे
होते
पडोसी से रिश्ते
सबसे अच्छे होते
रिश्ते उन्हीं
से
गहरे होते
गहरे होते
जो दूर रह कर
भी
दिल में बसते
हर लम्हा याद
आते
© डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
492-32-16--09-2014
रिश्ते
"निरंतर",जो चलता रहे,पीछे को पीछे छोड़,नए सोच के साथ,बिना थके,आगे बढ़ता रहे,निरंतर कुछ नया करता रहे........... "सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग" रोग मुक्त रहो निरंतर चलते रहो.... (सर्वाधिकार सुरक्षित) किसी भी रचना से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मंतव्य नहीं है फिर भी किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे तो क्षमा प्रार्थी हूँ )
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें