मौन रह कर भी
मौन नहीं हूँ
निरंतर सपनों में
तुमसे बातें करता हूँ
तुम्हारे साथ
हँसता गाता हूँ
तुम्हें अपने पास
महसूस करता हूँ
तुम्हारे लिए ईश्वर से
प्रार्थना करता हूँ
मौन रहने भर से
मेरा
प्रेम कम नहीं होता
बढ़ जाता है
अब मेरा समय
मौन रह कर
तुम्हें याद करने में
बीतता है
डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
मौन नहीं हूँ
निरंतर सपनों में
तुमसे बातें करता हूँ
तुम्हारे साथ
हँसता गाता हूँ
तुम्हें अपने पास
महसूस करता हूँ
तुम्हारे लिए ईश्वर से
प्रार्थना करता हूँ
मौन रहने भर से
मेरा
प्रेम कम नहीं होता
बढ़ जाता है
अब मेरा समय
मौन रह कर
तुम्हें याद करने में
बीतता है
डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
मौन,प्यार,मोहब्बत
210-53--20--04-2014
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