हम सो कर भी
सोये नहीं
ख्वाबों में उन्हें
देखते रहे
वो थे की बिना
बुलाये ही आ गए
पूछा तो मुस्काराकर
कहने लगे
जाना था कहीं ओर
तुम्हारी ओर आ गए
जब आ ही गए तो
हमें ही देखते रहो
चले जायेंगे तो भी
बेचैनी में सो तो ना
पाओगे
हमें देखते देखते ही
रात गुजार लो
रात भर जागने का
बहाना तो ढूंढ लोगे
हमें बिन बुलाया
मेहमान तो नहीं कहोगे
डा.राजेंद्र तेला,निरंतर
17-07-2012
611-08-07-12
बहुत सुंदर ख्वाब ...
उत्तर देंहटाएंख्याब तो ख्याब हैं ....इस का क्या करें :)))
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